आजादी के ७०साल या गुलामी के ५००साल राजीव दिक्षितजी के व्याख्यान से कटु सत्य* पुरा पढ़े
*आजादी के ७०साल या गुलामी के ५००साल* *आओ जानें भारत की आजादी की झूठी कहानी* *राजीव दिक्षितजी के व्याख्यान से कटु सत्य* पुरा पढ़े आज तक भारत के लोगों को धोखे में रखकर लगातार झूठ बोला जाता रहा है कि हमें 15 अगस्त को आजादी मिली थी।वास्तव में हमें आजादी नहीं बल्कि 90 साल की लीज़ पर सत्ता का हस्तांतरण हुआ है। आओ *Transfer of Power Agreement*" को जाने और दुसरो को भी बताएं । 14 अगस्त 1947 कि रात को आजादी नहीं आई बल्कि ट्रान्सफर ऑफ़ पॉवर का एग्रीमेंट हुआ था। *सत्ता के हस्तांतरण की संधि* ( Transfer of Power Agreement ) यानि भारत के आज़ादी की संधि | ये इतनी खतरनाक संधि है की अगर आप अंग्रेजों द्वारा सन 1615 से लेकर 1857 तक किये गए सभी 565 संधियों या कहें साजिश को जोड़ देंगे तो उस से भी ज्यादा खतरनाक संधि है ये | 14 अगस्त 1947 की रात को जो कुछ हुआ है वो आजादी नहीं आई बल्कि ट्रान्सफर ऑफ़ पॉवर का एग्रीमेंट हुआ था पंडित नेहरु और लोर्ड माउन्ट बेटन के बीच में | Transfer of Power और Independence ये दो अलग चीजे है | स्वतंत्रता और सत्ता का हस्तांतरण ये दो अलग चीजे है | और सत्ता का हस्...