Suja Rajpurohit (सुजाकंवर) वीरांगना सुजा कंवर के बलिदान का इतिहास
इस भारत की बेटी का इतिहास मुझे राजपुरोहित समाज के खोजकर्ताओ द्वारा प्राप्त हुआ हमारे भारत के स्वाधीनता संग्राम में लड़े गये ऐसे कई वीर वीरांगना हैं जिनका इतिहास से याँ तो मिटा दिया गया हैं एक नापूंसक हिन्दू समाज की निर्माण हेतु ऐसे अदम्य साहस से परिपूर्ण वीर गाथाओं को इतिहास में सम्मिलित नहीं किया गया हैं वैसे ऐसी वीरांगना किसी समाज विशेष के लिए नहीं लड़ी थी अंग्रेज़ साम्राज्य के खिलाफ भारत की स्वतंत्र के लिए लड़ी थी हम भारतवासियों का कर्त्तव्य हैं ऐसी वीरांगनाओं के इतिहासों को पाठ्यक्रमो में उपस्थित करने की मांग उठाये । Suja Rajpurohit (सुजाकंवर) वीरांगना सुजा कंवर के बलिदान का इतिहास सुजा राजपुरोहित {1837-1902} मारवाङ की वीरागंना जिसने 1857 के प्रथम स्वाधीनता संग्राम मेँ मर्दाने वेश मेँ हाथ मेँ तलवार और बंदूक लिए लाडनू मेँ अँग्रेजोँ की सेना को पराजित किया 1857 से शुरू होकर 1947 तक चला आजादी का आंदोलन तब पूरा हुआ, जब 15 अगस्त 1947 को देश अंतत: परतंत्रता की बेडि़यों से मुक्त हुआ। इस लंबे आन्दोलन में राजस्थान के योगदान की इतिहास के पन्नों में कोर्इ चर्चा नहीं मिलती। आजादी...