हथियार बदल चुके हैं- भाग 14
हथियार बदल चुके हैं- भाग 14 ''कोई व्यक्ति अपने विकास की उच्चतम अवस्था में केवल अपनी माँतृभाषा के माध्यम से ही पहुँच सकता है,। 'महात्मा गांधी, मेरा एक दोस्त है।व्यापारी हैं।कभी अजब-गजब का बड़ा शौक था।तीन कुत्ते पाल रखी थी।उन कुत्तो में विचित्र विशेषताये थी।मित्र महोदय ने उन कुत्तो के अंदर यह विशिष्टता लाने के लिए कई साल लगाकर तीनो को भौकना छुड़ा दिया और बिल्लियों की तरह 'म्याऊ,करना सिखा दिया।जब भी उन्हें इशारा मिलता वे बोलते "म्याऊं,-म्याऊं,यह देखकर लोग भौचक रह जाते। सुनने के लिए उनके घर मजमा लगा रहता।बहुत सारे बच्चे उन कुत्तो की 'म्याऊं,सुनने के लिए वहां जाते।एकाध सरकस वालों ने प्रदर्शन के लिए मांगा लेकिन उनको गंवारा नही था।पैसे के लिए नही शौक के लिए शुरू किया था।वैसे कुत्तो से बन्दर बहुत डरते हैं।पर उस दिन जाने क्या और कैसे हुआ।कुछ दिनों पहले की बात है।शहर पर बन्दरो का प्रकोप बढ़ा हुआ था।दोस्त के घर में अचानक कई बन्दरो की टोली आ धमकी।क...