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Showing posts from April 29, 2018

अपने बच्चे की प्रतिभाओं को पहचानिये और उसे आगे बढाइये

🌈 पिता बेटे को डॉक्टर बनाना चाहता था। बेटा इतना मेधावी नहीं था कि NEET क्लियर कर लेता। इसलिए  दलालों से MBBS की सीट खरीदने का जुगाड़ किया । ज़मीन, जायदाद, ज़ेवर सब गिरवी रख के 35 लाख रूपये दलालों को दिए, लेकिन अफसोस वहाँ धोखा हो गया। अब क्या करें...? लड़के को तो डॉक्टर बनाना है कैसे भी...!! फिर किसी तरह विदेश में लड़के का एडमीशन कराया गया, वहाँ लड़का चल नहीं पाया। फेल होने लगा.. डिप्रेशन में रहने लगा। रक्षाबंधन पर घर आया और घर में ही फांसी लगा ली। सारे अरमान धराशायी.... रेत के महल की तरह ढह गए.... 20 दिन बाद माँ-बाप और बहन ने भी कीटनाशक खा कर आत्म-हत्या कर ली। अपने बेटे को डॉक्टर बनाने की झूठी महत्वाकांक्षा ने पूरा परिवार लील लिया। माँ बाप अपने सपने, अपनी महत्वाकांक्षा अपने बच्चों से पूरी करना चाहते हैं ... मैंने देखा कि कुछ माँ बाप अपने बच्चों को Topper बनाने के लिए इतना ज़्यादा अनर्गल दबाव डालते हैं कि बच्चे का स्वाभाविक विकास ही रुक जाता है।  आधुनिक स्कूली शिक्षा बच्चे की Evaluation और Gradening ऐसे करती है, जैसे सेब के बाग़ में सेब की खेती की ...

जनमानस की मार्मिक लोककथा

मार्मिक कहानी है मिथिला और सीता की. आज भी मिथिला में बेटी का नाम मैथिली या सीता नहीं रखा जाता. एक कथा के मुताबिक, सीता के दुर्भाग्य पर सीता के चाचा और बाद में मिथिला नरेश बने कुशध्वज इतने दुःखी हुए कि उन्होंने मिथिला में कई सारी पाबंदियां लगा दीं. विवाह पंचमी के दिन विवाह करना मना कर दिया गया जबकि परंपरा के मुताबिक वह विवाह का सर्वोत्तम दिन माना जाता था. एक ही घर में तीन बेटियों का विवाह मना कर दिया गया क्योंकि उर्मिला को अकारण ही 14 साल का वियोग झेलना पड़ा था. मिथिला में उसी समय से यह परंपरा बना दी गई कि बेटी का विवाह पश्चिम में नहीं होगा. एक कथा यह भी है कि कुशध्वज के बेटे ने राम द्वारा सीता को वनवास दिए जाने के कारण विद्रोह किया था. राम ने उस विद्रोह को कुचल दिया था.           याद रहे कि यह लोक-कथा है जिनका जिक्र राम के जीवनीकार नहीं करते लेकिन यह कथाएं राम को हमारे दिल के बेहद करीब लाती हैं. इन माधरझंड कांग्रेसियों की उस दलील का जनमानस के हृदय का उत्तर हैं जिन्होंने राम को काल्पनिक बताया था. उस लोक-कथा के मुताबिक, सीता इससे बहुत क्षुब्ध हुईं और उन्हों...